कुछ क्षण की हमारी पहली मुलाक़ात ( पांचवा पन्ना )

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हम काफी दिनों से मिलने की योजना बना रहे थे, लेकिन मिल नहीं पा रहे थे। मन में एक डर भी था कि वो कैसी होगी? मैं उसके सामने क्या बात करूंगा? क्या मैं बात कर भी पाऊंगा या नहीं? वैसे तो महीनों की बातचीत में हम एक-दूसरे के बारे में काफी कुछ जान चुके थे और सोशल मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे को देख भी चुके थे, फिर भी मन में एक अनजाना डर बना हुआ था। हमारे पास एक-दूसरे की तस्वीरें भी थीं और बीच-बीच में वीडियो कॉल पर बात भी हो जाती थी, परंतु तमाम तरह के विचार मन में चलते रहते थे।   

खैर, एक दिन वह समय भी आ गया जब हम पहली बार मिलने वाले थे, भले ही कुछ क्षण के लिए। एक दिन वह किसी काम से टाउन से बाहर गई थी और हमारी बात हुई कि उसके लौटते समय हम बस स्टैंड पर मिलेंगे। मैं बहुत उत्साहित था, लेकिन थोड़ा घबराया हुआ भी। मन में ढेर सारे सवाल उठ रहे थे। मैं इधर-उधर की बातें सोचते हुए नहाने चला गया। तैयार होकर मैं अपने कमरे में बिस्तर पर लेटकर टाइम पास के लिए एक फिल्म देखने लगा, क्योंकि उस दिन ऑफिस की छुट्टी थी। 

कुछ समय बाद, उसका कॉल आया, "मैं बस स्टैंड पर हूँ, मिलोगे?" हम पहली बार मिलने वाले थे, इसलिए मैं दुकान से डेरी मिल्क चॉकलेट खरीदकर बाइक से बस स्टैंड पहुंचा। वहां जाकर मैंने यात्री प्रतीक्षालय में उसे ढूँढना शुरू किया, लेकिन वह वहां नहीं थी। फिर मैंने उसे कॉल किया। उसने बताया कि वह उस रास्ते पर थी जो उसके घर की ओर जाता है। मैं उसके पास गया और नमस्ते करते हुए उसे चॉकलेट दे दी। उसने दुपट्टे से अपना चेहरा ढक रखा था, तो पहली बार में उसका चेहरा देख नहीं पाया।

मैंने पूछा, "घर से लेने कौन आ रहा है?" उसने कहा, "घर में सब व्यस्त हैं, मुझे घर छोड़ दो।" मैं अपने बाइक के पास गया और उसे बाइक पर बैठाकर उसके घर की ओर चल पड़ा। रास्ते में हम दोनों ने ज्यादा बातें तो नहीं कीं, लेकिन हल्की-फुल्की नोक-झोंक चलती रही। रास्ते में, मैंने उसे उसके घर के पास छोड़ दिया, क्योंकि उसके घर के लोग खेत में धान काट रहे थे। उसने कहा, "आप जल्दी यहाँ से निकल जाओ, घर के लोग देख लेंगे।" मैं बिना कुछ कहे वहाँ से तेजी से निकल आया। 

मन ही मन मैं मुस्कुरा रहा था, क्योंकि मेरे साथ ऐसा पहली बार हो रहा था। मुझे उस समय चोरी-छुपके मिलने का अनुभव हो रहा था। कमरे पर पहुँचते ही मैंने उसे मैसेज किया कि मैं सुरक्षित पहुँच गया हूँ।

तो, कुछ इस तरह थी हमारी पहली मुलाकात।

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