बचपन की यादें

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पीछे पलट कर जीने की ख्वाहिश

कभी-कभी ज़िंदगी की भागदौड़ में हम इतने आगे बढ़ जाते हैं कि पीछे मुड़कर देखने की फुर्सत ही नहीं मिलती। पर दिल के किसी कोने में अब भी बचपन की यादें गूंजती हैं — वो मासूम लम्हे, वो बेफ़िक्र हंसी, वो मिट्टी की खुशबू।

वो बेफ़िक्र दिन और खेलों के सपने

पीछे पलट कर जीने की ख्वाहिश है,
वो बचपन के रास्ते, वो बेफ़िक्र लम्हे।
जहाँ खेलों में दिन ढल जाया करते थे,
और सपनों में ही रंग सजाया करते थे।

उस समय न कोई चिंता थी, न कोई जिम्मेदारी। बस दोस्तों के साथ खेलना, मिट्टी में हँसना, और शाम होते ही घर लौट आना — यही थी ज़िंदगी की सच्ची ख़ुशी

वो मिट्टी की खुशबू और मासूम शरारतें

वो मिट्टी की खुशबू, वो कच्ची पगडंडियाँ,
दोस्तों की हंसी, वो मासूम शरारतें।
ना कोई बोझ था, ना कोई शिकवा,
बस हर पल में थी जादुई राहतें।

हर बारिश के बाद मिट्टी की खुशबू आज भी उस समय की याद दिला जाती है — जब छोटी-सी बातों में भी दुनिया की सारी खुशियाँ समा जाती थीं।

काश लौट पाता वो बचपन

काश लौट पाता उन गलियों में फिर,
जहाँ हर कदम पर अपनापन था।
जहाँ आँसू भी पल में हंसी बन जाते,
और हर धड़कन में बचपन का आँगन था।

कभी-कभी nostalgia in hindi महसूस करना हमें ज़िंदगी की सादगी से फिर जोड़ देता है। वो गलियाँ, वो दोस्त, वो पल — शायद अब लौटकर न आएँ, लेकिन यादों में हमेशा ज़िंदा रहेंगे।

बचपन की यादें ही असली सुकून हैं

हम सबके भीतर एक बच्चा अब भी ज़िंदा है, जो हँसना चाहता है, खेलना चाहता है और बिना फ़िक्र के जीना चाहता है। यही childhood memories in hindi हमें सिखाती हैं कि सच्चा सुकून सरलता में छिपा है।

📌 Tags: बचपन की यादें, Childhood Memories, Hindi Poetry, Nostalgia, भावनात्मक कविता

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